उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में मंगलवार को बादल फटने से धराली गांव में बड़ी तबाही मची देहरादून से 120 किलोमीटर दूर उत्तरकाशी का यह इलाका गंगोत्री धाम के बेहद नजदीक है और यात्रा का प्रमुख पड़ाव है
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में मंगलवार को बादल फटने से धराली गांव में बड़ी तबाही मची। देहरादून से 220 किलोमीटर दूर उत्तरकाशी का यह इलाका गंगोत्री धाम के बेहद नजदीक है और यात्रा का प्रमुख पड़ाव है। गंगोत्री से 20 किलोमीटर पहले पड़ने वाले इस इलाके में बड़ी संख्या में होटल और होम स्टे हैं। यात्री गंगोत्री जाते समय और वापसी के दौरान यहां विश्राम करते हैं।
उत्तरकाशी जिला मुख्यालय से करीब 80 किलोमीटर दूर धराली में मंगलवार दोपहर बादल फटा। इससे खीर गंगा नदी में बाढ़ आ गई। पहाड़ से भारी मात्रा में मलबा लिए बेहद तीव्र गति से सैलाब नीचे की ओर आया और धराली में तीन ओर फैल गया। कुछ ही मिनटों में पूरा इलाका मलबे के ढेर में तब्दील हो गया। दर्जनों मकान, होटल और होम स्टे इसमें दब गए हैं। कई लोगों के मारे जाने की भी आशंका है।
धराली गांव में कल्पकेदार मंदिर भी है। माना जाता है कि इसे पांडवों ने बनवाया था। गंगोत्री धाम जाने वाले बहुत से श्रद्धालु कल्पकेदार के दर्शन के लिए पहुंचते हैं। धराली के पास ही मुखबा गांव भी है जहां शीतकाल में गंगा मैया को विश्राम के लिए गंगोत्री धाम से लाया जाता है। धराली के बाजार में बहुत चहल-पहल होती है। हालांकि, इन दिनों बरसात होने की वजह से श्रद्धालुओं और पर्यटकों की संख्या कुछ कम रही होगी।
उत्तरकाशी में हादसे के बाद कुछ ऐसा है मंजर
एक स्थानीय प्रत्यक्षदर्शी राजेश पंवार ने बताया कि खीर गंगा के जल ग्रहण क्षेत्र के उपर बादल फटा जिसकी वजह से नदी में विनाशकारी बाढ़ आ गई। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में दिखाई दे रहा है कि नदी में ऊपर से भारी मात्रा में तेजी से पानी और मलबा आया और देखते ही देखते मकान और होटल उसकी चपेट में आ गए। बाजार से भागते हुए लोग भी इसकी चपेट में आते दिख रहे हैं।