दून मेडिकल हॉस्पिटल परिसर से हटाई गई अवैध मजार स्थल को अस्पताल प्रशासन ने घेराबंदी करके दीवार खड़ी कर दी
दून मेडिकल हॉस्पिटल परिसर से हटाई गई अवैध मजार स्थल को अस्पताल प्रशासन ने घेराबंदी करके वहां दीवार खड़ी कर दी है। उल्लेखनीय है कि उक्त अवैध धर्मस्थल को शुक्रवार रात धामी सरकार के बुलडोजर द्वारा ध्वस्त कर दिया गया था। नगर मजिस्ट्रेट प्रत्यूष सिंह ने बताया कि उक्त अवैध मजार को हटाने के बाद उक्त स्थल पर पहले पर्दा लगाया गया था जिसके बाद अस्पताल प्रशासन को अपनी दीवार बनाए जाने को कहा गया है। जिस पर प्रशासन ने आज अपना काम पूरा करते हुए उक्त स्थल को अपने कब्जे में ले लिया है।
पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि उक्त अवैध मजार के विषय में सीएम हेल्प लाइन पोर्टल पर शिकायत दर्ज हुई थी, जिसकी जांच पड़ताल के बाद उसे हटा दिया गया। नगर मजिस्ट्रेट ने बताया कि देहरादून में अन्य अवैध मजारों के विषय में भी जानकारी एकत्र कराई जा रही है। इस बारे में माननीय उच्च न्यायालय ने भी निर्देशित किया है। ये रिपोर्ट जिले के माध्यम से शासन को भेजी जाएगी।
राज्य में पिछले करीब 2 वर्षों से अवैध मजार को ध्वस्तु किए जाने का अभियान जारी है कांग्रेस की राज्य इकाई के उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने इस कार्रवाई पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हालांकि सरकार के पास किसी भी अवैध चीज के खिलाफ कार्रवाई करने का अधिकार है लेकिन जिस तरह से मजार को रातों-रात ध्वस्त कर दिया गया उससे पता चलता है कि वह सरकार किसी न किसी बहाने से केवल नफरत फैलाना चाहते हैं उन्होंने कहा कि सरकार या तो मजारों को ध्वस्त कर सकती है यह मद्रसों के खिलाफ कार्रवाई कर सकती है इसके अलावा कुछ नहीं वर्ष 2000 में उत्तराखंड को राज्य का दर्जा मिलने से पहले से ही यह मजार अस्पताल परिसर में स्थित थी सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि यह वक्फ बोर्ड के अधीन थी और बोर्ड ही बता सकता है कि यह अवैध थी या नहीं।