बैसाखी पर्व पर रविवार को सेलाकुई में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से पथ संचलन निकाला गया राजकीय इंटर कॉलेज सेलाकुई से निकाले गए पथ संचलन का लोगों ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया पथ संचलन पुराना पोस्ट ऑफिस डिक्सन कंपनी निगम रोड होते हुए वापस इंटर कॉलेज सेलाकुई पहुंच कर समाप्त हुआ स्वयंसेवक और स्थानीय लोगों को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता जिला सह कार्यवाह ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक की स्थापना 1925 में हुई तब हमारा देश पराधीन था ऐसे समय में संघ के संस्थापक डॉक्टर केशव राव बलिराम हेडगेवार ने चिंतित किया हमारा देश गौरवशाली है लेकिन मूल तत्व समाप्त हो रहा है लिहाजा हेडगेवार ने स्वाभिमान जागने की जरूरत समझी उन्होंने अध्ययन किया कि यहां का मूल हिंदू संगठित नहीं है ऐसा सोचते हुए 1925 में विजयदशमी के दिन नागपुर में संघ की स्थापना हुई यही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ है
कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ व्यक्तित्व का निर्माण करता है। यह सब शाखा से संभव हो पाता है। शाखा टोली के माध्यम से हम संघ का विस्तार करते हैं। पूरे विश्व में जितने भी संगठन हैं वो बचपन से कार्यकर्ता नहीं बनाते, सिर्फ संघ में बचपन से ही जिम्मेदारी दी जाती है। बचपन से ही कूट-कूट कर संघ निर्माण की कार्यशैली डाली जाती है। संघ की शाखा में एक साथ बौद्धिक, शारीरिक कार्यक्रम होते हैं। संघ के स्वयंसेवक जाति धर्म से उठकर निस्वार्थ भाव से कार्य करते हैं, जहां पर भी आवश्यकता पड़ती है संघ के स्वयंसेवक तैयार रहते हैं। जिला सह कार्यवाह ने कहा कि हम जिस तरह अपने जन्मदिवस के अवसर पर कुछ संकल्प लेकर अगले साल की योजना बनाते हैं, उसी तरह बैसाखी के पावन पर्व पर सामाजिक परिवर्तन के लिए संकल्प लें। उन्होंने कहा कि बैसाखी के दिन ही धर्म की रक्षा के लिए खालसा पंथ की नींव रखी गई थी, लिहाजा इस दिन को खालसा सिरजन दिवस के तौर पर भी मनाया जाता है। कार्यक्रम की अध्यक्ष प्रो. ज्ञानेंद्र त्रिपाठी ने की। पथ संचलन में नगर संचालक डॉ. पंकज किशोर गौड़, नगर कार्यवाह सुमित सिंह, तहसील प्रचारक पीयूष, विधायक सहदेव पुंडीर, मीता सिंह, अनिल नौटियाल, विजयपाल बर्त्वाल, ज्ञान सिंह राणा, धनंजय बिष्ट, जयकृत राणा, योगेश सेमवाल, प्रकाश भट्ट, संजय कंडारी, संजय सहगल, अखिलेश पाठक, नीतीश कुमार, शिवांश बर्त्वाल, अभिनव बेंजवाल, अभिषेक आदि शामिल रहे।