पौड़ी: पेशावर कांड की वर्षगांठ पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विकासखंड थलीसैंण के पीठसैंण में आयोजित ‘राजकीय क्रांति दिवस’ मेले में शिरकत की. सीएम धामी ने वीर चंद्र सिंह गढ़वाली स्मारक स्थल पर दीप प्रज्वलित कर मेले का विधिवत शुभारंभ किया. इस अवसर पर उन्होंने वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी और जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गए निर्दोष पर्यटकों के लिए दो मिनट का मौन रखकर संवेदना प्रकट की.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने संबोधन में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के योगदान को नमन करते हुए कहा कि आज हम स्वतंत्र भारत में खुली हवा में सांस ले रहे हैं, यह उन वीर सिपाहियों के त्याग और बलिदान का परिणाम है. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सरकार स्वतंत्रता सेनानियों और शहीद सैनिकों के परिजनों के लिए अनेक कल्याणकारी योजनाएं संचालित कर रही है. मुख्यमंत्री ने वीर चंद्र सिंह गढ़वाली को संपूर्ण भारत का गौरव बताते हुए कहा कि पेशावर कांड में उन्होंने मानवता और नैतिकता का जो उदाहरण प्रस्तुत किया, वह इतिहास में अमर है. सरकार उनके जीवन पर आधारित कार्यक्रमों के माध्यम से युवाओं को प्रेरित कर रही है.
उन्होंने कहा कि शहीद सैनिकों के परिवार को मिलने वाली अनुग्रह राशि ₹10 लाख से बढ़ाकर ₹50 लाख कर दी गई है. शहीद के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जा रही है. स्वतंत्रता सेनानियों व उनकी विधवाओं की पेंशन ₹21,000 से बढ़ाकर ₹25,000 की गई है. राज्य में ‘शौर्य स्थल’ का निर्माण देहरादून में किया गया है. मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि उत्तराखंड देश का पहला राज्य है जिसने समान नागरिक संहिता (UCC) लागू की है और जमीन के दुरुपयोग को रोकने के लिए सख्त भू-कानून लाया गया है. शिक्षा क्षेत्र में सुधारों पर बोलते हुए उन्होंने बताया कि नकल विरोधी कानून लागू होने के बाद राज्य में 22,000 से अधिक पारदर्शी नियुक्तियां की गई हैं. जिससे मेहनती और प्रतिभाशाली छात्रों को न्याय मिल रहा है. मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि उत्तराखंड सतत विकास लक्ष्यों की दिशा में देश का पहला अग्रणी राज्य बन चुका है. चारधाम यात्रा व्यवस्था की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार श्रद्धालुओं को हरसंभव सुविधाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है.