उत्तराखंड में बनेगा एक और एयरपोर्ट धामी सरकार ने दी 800 एकड़ जमीन

उत्तराखंड के लोगों के लिए खुशखबरी है उत्तराखंड में एक और एयरपोर्ट का निर्माण शुरू होने जा रहा है प्रदेश के पंतनगर में जल्द ही अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनेगा जिसका शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे

उत्तराखंड के लोगों के लिए बहुत ही अच्छी खुशखबरी है उत्तराखंड में एक और एयरपोर्ट का निर्माण शुरू होने जा रहा है प्रदेश के पंतनगर में जल्द ही अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनेगा जिसका शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे शनिवार को हल्दूचौड़ स्थित गंगापुर कबडवाल में गोशाला के एक लोकार्पण के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यह बात कही !मुख्यमंत्री नैनीताल जिले के दो दिवसीय दौरे पर हैं

मुख्यमंत्री धामी ने अपने संबोधन में कहा कि राज्य सरकार ने पंतनगर में अंतरराष्ट्रीय स्तर के एयरपोर्ट के लिए 800 एकड़ जमीन केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय को सौंप दी है। उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट के बन जाने से देश-दुनिया के लिए हवाई यात्रा सेवाएं लोगों को अपने क्षेत्र से ही मिल सकेंगी। उन्होंने कहा कि ऊधमसिंह नगर जिले में किच्छा के पास खुरपिया फार्म में स्मार्ट सिटी और इंड्रस्ट्रियल एरिया विकसित किया जाएगा, इससे पूरे क्षेत्र का विकास होगा।

गुजरात भ्रमण पर जाएंगे देवप्रयाग के टॉपर छात्र
देवप्रयाग विधानसभा क्षेत्र के हाईस्कूलों के 100 टॉपर बच्चे सितंबर में गुजरात का भ्रमण करेंगे। देवप्रयाग विधायक विनोद कंडारी ने शनिवार को यह जानकारी दी। मीडिया को जारी बयान में उन्होंने बताया कि भारत दर्शन कार्यक्रम के लिए इस साल गुजरात राज्य का चयन किया गया है। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम के तहत देवप्रयाग के विभिन्न हाई स्कूल के 100 टॉपर छात्र छात्राओं को गुजरात राज्य के विभिन्न स्थलों का दौरा कराया जाएगा।

भाजपा विधायक विनोद कंडारी हर साल अपनी विधानसभा क्षेत्र के हाई स्कूल के 100 टॉपर बच्चों को भारत दर्शन कराते हैं। इसके तहत बच्चों को ऐतिहासिक स्थलों के साथ ही उच्च शिक्षण और तकनीकी शिक्षण संस्थानों का एक्सप्रोजर विजिट कराई जाती है। इससे बच्चों को समझ विकसित होती है।

उत्तराखंड मनरेगा कर्मचारी संगठन के प्रदेश अध्यक्ष सुन्दरमणी सेमवाल व प्रदेश महामंत्री सुबोध उनियाल ने बताया गया कि उत्तराखंड राज्य योजना के तहत लगभग 1187 कर्मचारी संविदा, दैनिक, मस्टटोल के आधार पर तैनात हैं। यह सभी कर्मचारी विगत 10 वर्षों से अपनी सेवाएं दे रहे हैं, लेकिन कर्मचारियों को न्यूनतम वेतन दिया जा रहा है, जिससे वह शोषणयुक्त जीवन जीने को मजबूर हैं। कर्मचारियों की ओर से विगत कई वर्षों से सरकार से नियमितीकरण एवं विभागीय समायोजन की मांग की जा रही है। पूर्व में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विधायक रहते उनकी मांगों का समर्थन किया था, लेकिन मुख्यमंत्री पद पर आसीन होने के बाद उन्होंने मनरेगा कर्मियों की ओर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया। जिसके चलते मनरेखा कर्मियों में रोष व्याप्त है

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